WhatsApp एक पॉपुलर मैसेजिंग ऐप है और इसका इस्तेमाल भारत में करोड़ो लोग करते हैं. हाल ही के दिनों में साइबर ठगों ने इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके कई लोगों का बैंक खाता खाली कर दिया है. ऐसे में जब हरियाणा की गुरुग्राम पुलिस ने Whatsapp से जानकारी मांगी तो उन्होंने नहीं दी. इसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने जानकारी न देने पर Whatsapp निदेशकों और नोडल अधिकारी पर केस दर्ज कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक एक संवेदनशील मामले की जांच के दौरान गुरुग्राम पुलिस ने 17 जुलाई को WhatsApp को ईमेल के जरिए नोटिस भेजा था और जानकारी मांगी थी. इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप ने इसमें भी कोई जानकारी नहीं दी और गैरकानूनी तरीके से आपत्ति भी जताई.
पुलिस ने कई बार मांगी डिटेल्स
25 जुलाई को फिर से पूरी डिटेल भेजकर बताए गए मोबाइल नंबरों की जरूरी जानकारी मांगी गई. इसके बाद 28 अगस्त तक Meta के इस ऐप ने दोबारा पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी . कई बार रिक्वेस्ट करने के बाद भी WhatsApp की तरफ से पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई.
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पुलिस ने शनिवार को दर्ज किया मामला
इसके बाद पुलिस ने गैर-पेशेवर व्यवहार की वजह से इस विशेष मामले में आरोपियों को WhatsApp से मदद मिल रही है. शनिवार को गुरुग्राम के साइबर क्राइम ईस्ट पुलिस स्टेशन में WhatsApp के निदेशकों और नोडल अधिकारियों के खिलाफ धारा 223 (ए), 241, 249 (सी) बीएनएस और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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पुलिस ने माना, ये कानूनी निर्देशों का उल्लंघन
पुलिस ने कहा, देश के मौजूदा कानूनों के तहत WhatsApp जरूरी जानकारी देने के लिए कानूनी रूप से बाध्य होने के बावजूद, WhatsApp मैनेजमेंट ने जानकारी नहीं दी और कानूनी निर्देशों का उल्लंघन किया है.
बताते चलें कि WhatsApp और अन्य मैसेजिंग का इस्तेमाल करके साइबर ठग कई लोगों को चूना लगा चुके हैं. इस दौरान वह पार्ट टाइम जॉब से लेकर फेक इनवेस्टमेंट का प्लान बताते हैं. कई बार तो लोगों को डिजिटली अरेस्ट भी किया है. बीते 2 दो साल से इस तरह के कई केस सामने आ चुके हैं.