उत्तर प्रदेश में इन दिनों एक नई बहस छिड़ी हुई है और वो ये कि जाति देखकर एनकाउंटर किया जाता है. यह आरोप सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लगाए थे, जब हाल ही में यूपी पुलिस ने मंगेश यादव नाम के एक आरोपी का एनकाउंटर किया था. इससे यह सवाल लाजमी है कि क्या उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर भी अब अपराधियों की जाति देखकर हो रहे हैं? और ऐसा क्यों है कि हमारे देश में अपराधियों की जाति तो बताई जाती है लेकिन जो पीड़ित पक्ष है, उसकी जाति कोई नहीं बताता.
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने सोमवार को अनुज प्रताप सिंह नाम के उस आरोपी को एनकाउंटर में ढेर कर दिया, जिसपर एक लाख रुपए का इनाम था. पुलिस ने उसे सुल्तानपुर में गहनों की दुकान में हुई लूट के मामले में गिरफ्तार किया था. ये वही मामला है, जिसमें पुलिस ने इसी महीने की 5 तारीख को मंगेश यादव नाम के एक आरोपी को भी एनकाउंटर में मार गिराया था और उस समय अखिलेश यादव ने कहा था कि लूट के इस मामले में जो आरोपी ठाकुर समुदाय से हैं, उन्हें तो पुलिस सरेंडर करा रही है लेकिन, जो यादव हैं उनका पुलिस एनकाउंटर कर रही है.
यह भी पढ़ें: सुल्तानपुर डकैती कांड पर गरमाई सियासत, आखिर अनुज सिंह एनकाउंटर का सच क्या?
सम्बंधित ख़बरें
यादव के बाद ठाकुर जाति के आरोपी का एनकाउंटर
अब मंगेश यादव के बाद ठाकुर जाति से आने वाले अनुज प्रताप सिंह का एनकाउंटर होने के बाद उसके पिता ने कहा है कि अब शायद अखिलेश यादव इस एनकाउंटर से खुश होंगे. अखिलेश यादव ने मंगेश यादव की तरह अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर को भी गलत बताया है.
अखिलेश यादव ने ये कहा है कि कमजोर लोग ही एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में बेटियों और व्यापारियों की सुरक्षा में अगर कोई सेंध लगाएगा तो उसका यही हश्र होगा.
राजनीति के लिए नेता ढूंढते हैं जाति!
सुलतानपुर में लूट की घटना पिछले महीने हुई थी, जिसमें कुल 14 आरोपी शामिल थे और इन आरोपियों में सिंह भी हैं, शुक्ला भी हैं, यादव भी हैं, कोरी भी हैं और मुसलमान भी हैं. इससे ये समझा जा सकता है कि अपराधियों के लिए कोई जाति और धर्म नहीं होता, लेकिन हमारे देश की राजनीति ऐसी है कि नेता इनकी भी जातियों को ढूंढ लेते हैं.
यह भी पढ़ें: यूपी: सुल्तानपुर एनकाउंटर में ढेर हुए अनुज का शव लेकर उन्नाव से अमेठी जा रहे पिता ने क्या कहा?
सबसे बड़ी बात ये है कि, इस मामले में अपराधियों की जाति तो सबने देखी लेकिन जिस व्यापारी की दुकान में लूट हुई थी, उसकी जाति किसी ने नहीं देखी. इस व्यापारी का नाम है, भरतजी सोनी और इनकी जाति OBC है, लेकिन इनकी जाति की कहीं कोई बात नहीं हो रही और इससे समझा जा सकता है कि हमारे देश में जाति वाली राजनीति का असली चरित्र क्या है, और नेता जाति की भी वही बात करते हैं, जहां उन्हें वोटबैंक की संभावना दिखती है.