भारत के दानवीरों की नई लिस्ट आई है, जिसमें एक बिजनेसमैन और उनकी फैमिली ने सबसे ज्यादा पैसे दान किए हैं. ये खुलासा हुरुन इंडिया 2024 की लिस्ट में किया गया है. जिसमें भारत के टॉप 10 दानवीरों के नाम दिए गए हैं. इसमें टाटा और अंबानी जैसे दिग्गज भी पीछे हैं. मुकेश अंबानी और उनकी फैमिली दान (Mukesh Ambani Donation) के मामले में दूसरे नंबर पर हैं.
ये शख्स भारत के सबसे बड़े दानवीर
हुरुन इंडिया की लिस्ट (Hurun India Philanthropy List) के मुताबिक, शिव नादर और परिवार (Shiv Nadar and Family) ने पांच साल में तीसरी बार ये मुकाम हासिल किया है और लिस्ट में टॉप पर बने हुए हैं. उन्होंने 2,153 करोड़ रुपये का दान किया है. दूसरे नंबर पर मुकेश अंबानी और फैमिली (Mukesh Ambani Family), बजाज फैमिली (Bajaj Family), कुमार मंगलम और फैमिली (Kumar Mangalam Birla Family), गौतम अडानी और फैमिली का नाम शामिल है. इन सभी ने मिलकर वित्त वर्ष 2024 में 4,625 करोड़ रुपये का दान किया है.
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हर दिन 5.9 करोड़ का दान
लिस्ट के अनुसार, HCL के फाउंडर शिव नादर (79) ने वित्त वर्ष 2023 की तुलना में 5 फीसदी ज्यादा संपत्ति दान की है. शिव नादर फाउंडेशन की स्थापना 1994 में हुई थी और यह एजुकेशन, आर्ट और कल्चर पर फोकस करती है. इनके दान के हर दिन का एवरेज निकाले तो नादर ने 5.9 करोड़ रुपये पर डे दान किया है.
मुकेश अंबानी ने कितना किया दान?
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी (67) ने 407 करोड़ रुपये दान किया है, जो लिस्ट में दूसरे नंबर पर है. बजाज फैमिली ने 352 करोड़ रुपये का दान किया है और तीन पायदान ऊपर चढ़कर 3 नंबर पर आ चुके हैं, जिनके दान किए गए वेल्थ में 33 फीसदी की बढ़ोतरी है. यानी कि वित्त वर्ष 2024 में इस फैमिली ने 33 फीसदी ज्यादा रकम दान की है.
गौतम अडानी ने इतना दिया दान
एडेलगिव-हुरुन इंडिया के मुताबिक, कुमार मंगलम बिड़ला (57) ने 334 करोड़ रुपये का दान किया है और ये चौथे नंबर पर हैं. अरबपति गौतम अडानी (62) ने 330 करोड़ रुपये का परोपकारी योगदान (Gautam Adani Donation) दिया है, जो लिस्ट में 5वें नंबर पर आते हैं. इनके दान की गई रकम वित्त वर्ष 2023 की तुलना में 16 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है.
10वें नंबर पर ये बिजनेसमैन
इंफोसिस के नंदन नीलेकणी (69) 307 करोड़ रुपये के दान के साथ लिस्ट में छठे स्थान पर रहे, जो पिछले वर्ष की तुलना में 62 प्रतिशत की उछाल है. उनकी पत्नी रोहिणी नीलेकणी (65) 154 करोड़ रुपये के दान के साथ लिस्ट में सबसे उदार महिला हैं, और शीर्ष 10 परोपकारी लोगों की सूची में 10वें स्थान पर हैं. रोहिणी नीलेकणी एकस्टेप की सह-संस्थापक और निदेशक हैं.
पहली बार लिस्ट में शामिल होने वाले बिजनेसमैन
इंडो एमआईएम के चेयरमैन 52 वर्षीय कृष्णा चिवुकुला पहली बार हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट 2024 में शामिल हुए हैं. IIT मद्रास को 228 करोड़ रुपये का दान देकर चिवुकुला ने सातवां स्थान हासिल किया है. उनका योगदान संस्थान के इतिहास में सबसे बड़ा है. 8वें नंबर पर अनिल अग्रवाल और उनकी फैमिली है, जिन्होंने वेदांता की परोपकारी और सीएसआर ब्रांच, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के माध्यम से 181 करोड़ रुपये का दान दिया है. 9वें नंबर पर सुस्मिता और सुब्रतो बागची हैं, जिन्होंने 179 करोड़ रुपये का योगदान दिया है. उन्होंने देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य शिक्षा और अनुसंधान में क्रांति लाने के लिए 2023 में अहमदाबाद विश्वविद्यालय में बागची स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की स्थापना की.
खूब बढ़ रही दान करने वालों की संख्या
हुरुन इंडिया के संस्थापक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा कि भारत के टॉप 10 परोपकारी लोगों में प्रवेश करने की सीमा दोगुनी हो गई है, जो अब 154 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है, जो पांच साल पहले 83 करोड़ रुपये थी. इसके अलावा, 100 करोड़ रुपये से अधिक दान करने वाले व्यक्तियों की संख्या 2019 में केवल 9 की तुलना में बढ़कर 18 हो गई है. 100 करोड़ रुपये दान करने वालों की यह संख्या प्रभावशाली है, क्योंकि चीन जहां भारत की तुलना में लगभग दोगुने अरबपति और पांच गुना बड़ी जीडीपी है, में 25 परोपकारी लोग 100 करोड़ रुपये से अधिक दान करते हैं.