‘मुसलमानों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचने देंगे’, सीएम योगी के नारे पर अजित पवार ने उठाए सवाल – Maharashtra assembly election Ajit Pawar raises questions on CM Yogi slogan Will not let sentiments Muslims be hurt ntc

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महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने एक बार फिर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले नारे पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने बीड में एक रैली के दौरान कहा कि ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ यूपी में चल सकता है, लेकिन महाराष्ट्र में काम नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि हम आपके साथ खड़े हैं. आप चिंता क्यों करते हैं. कोई कुछ भी बोलेगा तो हम उसका समर्थन नहीं करेंगे. 

अजित पवार ने कहा कि हाल ही में किसी ने कहा था कि ‘बटेंगें तो कटेंगे’. इस तरह की बातें यहां नहीं चलेंगी. वो नॉर्थ में होता होगा, लेकिन महाराष्ट्र में ये बातें बिल्कुल नहीं चलेंगी. महाराष्ट्र साधु-संतों का है. शिवप्रेमियों का है. शाहू, अंबेडकर का है. उनकी सिखाई बातें हमारे खून में हैं. इसलिए हम उसी रास्ते पर चलेंगे. अजित पवार ने कहा कि मुसलमानों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचने देंगे.

उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज की भावनाओं को आहत नहीं किया जाएगा. मेरे जो विचाराधार हैं, वो शिव-साहू-अंबेडकर की विचारधारा हैं. जात-पात, नाते-रिश्तेदारी का हम भेदभाव नहीं करते हैं. भेदभाव करने से समाज का नुकसान होता है. मैंने मुस्लिम समाज को 10 फीसदी सीट अपने खाते से दी हैं. ऐसी सीट नहीं दीं, जिन पर वो हार जाएं. मैंने वो सीट दी हैं, जिन पर मुस्लिम समाज का कैंडिडेट चुनकर आए. मैंने नजीबमुल्ला को टिकट दिया, नवाब मलिक को टिकट दिया, जिस पर मेरा विरोध हुआ. मैं खुद उनके प्रचार के लिए गया. मैं सना मलिक के प्रचार के लिए भी गया. ज़ीशान सिद्द़ीक़ी को भी हमने टिकट दिया. हमने हसन मुशरिफ, शेख ऐसे कई कार्यकर्ताओं को टिकट दिया है.

बता दें कि महाराष्ट्र में योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले नारे पर एनडीए के ही साथी अजित पवार लगातार सवाल उठा रहे हैं. इससे पहले अजित पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र शिवाजी, आंबेडकर, शाहू जी महाराज की धरती है. महाराष्ट्र में बाहर के लोग आकर ऐसे विचार बोल जाते हैं, दूसरे राज्यों के बीजेपी सीएम तय करें कि उन्हें क्या बोलना है. 

अजित पवार ने कहा था कि हम महायुति में एक साथ काम कर रहे हैं, लेकिन हमारी पार्टियों की विचारधारा अलग-अलग है. हम सभी कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर सरकार चलाते हैं. यह देश के विकास के लिए किया जा रहा है. हम आज भी शिव शाहू फुले के विचारों पर कायम हैं. हो सकता है कि दूसरे राज्यों में यह सब चलता हो, लेकिन महाराष्ट्र में ये काम नहीं करता. दूसरे राज्यों के बीजेपी मुख्यमंत्रियों को तय करना चाहिए कि क्या बोलना है.

(रिपोर्ट- योगेश काशिद)

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