बॉलीवुड फिल्मों में आपने अक्सर डायलॉग्स या गानों में यह बात जरूरी सुनी होगी कि ज्यादा शराब पीने से लिवर सड़ जाता है. यह बात भी सच है कि शराब लिवर को खराब कर सकती है लेकिन कई लोगों को बिना शराब पिए भी लिवर की बीमारी हो जाती है. एजेंडा आजतक के ‘दिल, जिगर, जान’ सेशन में जाने-माने लिवर स्पेशलिस्ट डॉक्टर एस. के. सरीन शामिल हुए और उन्होंने इसका जवाब दिया.
दिल को सब जानते हैं लिवर कहां पता नहीं
एंकर ने जब सवाल किया कि क्या एक ड्रिंक काफी है…डब्ल्यूएचओ का कहना है कि एक बूंद भी नहीं होनी चाहिए. लेकिन नॉन एल्कोहिलक फैटी लिवर बिना शराब पिए वालों को भी हो रही है.
इस पर लिवर के डॉक्टर सरीन ने कहा, ‘मैंने यहां आते हुए रास्ते में कुछ लोगों से पूछा कि क्या आपको पता है कि लिवर कहां होता है. लेकिन उन्हें नहीं पता था. दिल के बारे में खूब बातें होती हैं. दिल दिया…दिल टूटा…दिल को क्या हुआ. लेकिन लिवर की जब होती है तो शराब के साथ जोड़कर होती है. सभी को पता शराब पीने से लिवर खराब होता है.’
कभी-कभार शराब पीना भी खतरनाक?
वो आगे एक शायरी के जरिए अपनी बात बताते हुए कहते हैं, ‘जिगर वाले को किसी का डर नहीं वो उस रास्ते पर चलते हैं जहां रास्ता नहीं होता और उस चक्कर में भूल जाते हैं कि ये करने से वो भूलके वापिस नहीं पाते. हमारे अस्पताल में दो में एक मरीज लिवर की बीमारी के लिए जो भर्ती हो रहा है, वो शराब के कारण हो रहा है. हम नहीं चाहते कि आप बीमार हों लेकिन कितना ड्रिंक permitted है, ये मत पूछिए. ‘
शराब से कैसे बचें
एंकर पूछती हैं कि बहुत सारे लोग कहते हैं कि हमारे पिता और दादा 50 साल तक शराब पीते रहे. उन्हें कुछ नहीं हुआ, इस पर मेदांता के अध्यक्ष और जाने-माने हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर नरेश त्रेहन कहते हैं, ‘मान लीजिए किसी व्यक्ति की शादी 20 साल में हुई और बच्चा 35 साल में हुआ. तो उसने 20 साल की उम्र से शराब पीना शुरू किया..35 तक आते-आते उसने 15 साल तक शराब पी..इसके बाद उसने 20 के बाद जितने साल तक शराब पी..उसका बच्चा अपने पिता से आधे या उससे कम वक्त तक ही शराब पी पाएगा और वो उतने वक्त में ही उतना बीमार हो जाएगा, जितने वक्त में उसके पिता को ये बीमारी होती.’
‘इसके अलावा जिन्हें डायबिटीज है, लिवर में फैट है, मोटापा है, या जिनका कोलेस्ट्रॉल, ट्राईग्लिसिराइड्स ज्यादा है, अगर वो ड्रिंक करते हैं तो 2.2 टाइम्स ज्यादा लिवर डिसीस होती है.’ थोड़ा पीना कम पीना खतरनाक नहीं है लेकिन इतना ही अमाउंट डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हार्ट डिसीस वाले लोगों के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है.’
कोरोना के बाद क्यों युवाओं को आ रहा हार्ट अटैक
आजकल ट्रेड मिल पर दौड़ते हुए युवाओं को हार्ट अटैक आने लगा है, खासकर कोरोना के बाद ऐसे केसेस ज्यादा देखने को मिल रहे हैं, इनके बीच क्या रिलेशन है.
इस पर डॉक्टर त्रेहन कहते हैं, ‘इससे पहले डॉक्टर सरीन ने बड़े एकेडेमिक जवाब दिया है. सिंपल जवाब जो हम देते हैं कि दो स्मॉल ड्रिंक्स…यानी 30 मिलीलीटर..हफ्ते में 3 से 4 बार दो स्मॉल ड्रिंक्स यानी 30 मिलीलीटर ड्रिंक्स आपकी हेल्थ के लिए सही है. ये बात मैंने बिहार में एक लेक्चर के दौरान कही थी.’
‘ऐसा हमारे स्टैंडर्ड कार्डिएक बातचीत में कहते हैं कि इतनी मात्रा में कोई नुकसान नहीं होता. जैसे मैं एयरपोर्ट पहुंचा तो मेरे पास उस समय बिहार के CM नीतिश कुमार का फोन आया कि आपने मेरी बर्बादी करा दी. मैंने आज ही बिहार में शराब बंदी कराई और आपने इसे हेल्थ के लिए अच्छा बता दिया. तो बात आती है कि पीना चाहिए या नहीं पीना चाहिए…यानी अगर आप पीना चाहते हैं तो कम पिएं. तंबाकू बहुत खतरनाक है. इसे बिलकुल भी हाथ नहीं लगाना चाहिए. 2 स्मॉल ड्रिंक आपको नुकसान नहीं पहुंचाएगी और ये डेटा कई स्टडीज के बाद सामने आया है.’
हालांकि इस पर डॉक्टर सरीन कहते हैं, ‘मेरी ओपिनियन है कि बिलकुल ना पिएं. हां 2 स्मॉल ड्रिंक्स नुकसान नहीं करेंगी. आप अपने जन्मदिन पर पी सकते हैं लेकिन दोस्तों के जन्मदिन पर ना पिएं. न्यू ईयर सेलिब्रेशन में पी लें. मैंने लोगों से पूछा कि आप कितना पीते हैं तो लोगों ने कहा तो वो बोले कि कभी-कभी करते हैं. मैंने एक से पूछा कि कभी-कभी का क्या मतलब है तो बोले कि संडे को नहीं पीते.’
30 साल के बाद फुल बॉडी चेकअप कराएं
आगे बात बढ़ाते हुए डॉक्टर त्रेहन कहते हैं, ये बहुत कंसर्न की बात है. भारत में हाई हार्ट डिसीस पेशेंट हैं तो उसके कारण के पीछे रिसर्च हुई है. हमारे जीन्स में डबल चांस है. इसके अलावा और फैक्टर हैं जो हार्ट डिसीस का रिस्क बढ़ाते हैं..वो है एक्सरसाइज ना करना, हमारे पास रिच फूड नहीं है. जो भारत में खानपान का कल्चर है वो कहीं और नहीं है. जो भी हम खाते हैं उसकी यूटिलाइजेशन नहीं होती तो इससे वेट भी बढ़ता है. इसके अलावा यहां डायबिटीज होने का भी किसी और देश से दोगुना रिस्क है. डायबिटीज और हार्ट डिसीस का कॉम्बिनेशन बहुत खतरनाक है.