अमेरिका के विलिंग्टन में शनिवार देर रात हुए क्वाड शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना संबोधन दिया. पीएम मोदी ने क्वाड की उपयोगिता पर जोर देते हुए कहा कि क्वाड का एक साथ काम करना मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. वहीं, बाइडेन ने भी इस सम्मेलन में क्वाड सदस्यों का स्वागत करते हुए इसे और मजबूत करने की अपील की.
क्वाड समिट में क्या बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मुझे अपने तीसरे कार्यकाल में इस क्वाड समिट में भाग लेकर अत्यंत खुशी हो रही है. आपके नेतृत्व (अमेरिका) में 2021 का पहला क्वाड समिट आयोजित किया गया. इतने कम समय में हमने हर दिशा में अपने सहयोग का विस्तार किया है. इसमें आपकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है. मैं दिल से धन्यवाद करता हूं आपके मजबूत समर्पण और क्वाड में योगदान के लिए आपको धन्यवाद देता हूं.’
#WATCH | At the Quad Summit, Prime Minister Narendra Modi says “It gives me immense pleasure to participate at this QUAD Summit during my third term…Under your leadership, the first summit (QUAD) of 2021 was organised. In such a short time, we have expanded our cooperation in… pic.twitter.com/S5kcoRXtLx
— ANI (@ANI) September 21, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘हमारी बैठक उस समय हो रही है जब दुनिया तनाव और संघर्षों से घिरी हुई है. ऐसे में, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड का एक साथ काम करना मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हम किसी के खिलाफ नहीं हैं. हम सभी नियमों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान, और सभी मुद्दों का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं. मुक्त, खुला, समावेशी और समृद्ध इंडो-पैसिफिक हमारी साझा प्राथमिकता और प्रतिबद्धता है. हम स्वास्थ्य, सुरक्षा, उभरती तकनीकों, जलवायु परिवर्तन और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में कई सकारात्मक और समावेशी पहलों पर काम कर चुके हैं. मैं एक बार फिर राष्ट्रपति बाइडेन और अपने सभी साथियों का स्वागत करता हूं. हम 2025 में भारत में क्वाड नेताओं की समिट आयोजित करने के लिए खुश होंगे.’
क्या बोले जो बाइडेन
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इस मीटिंग में बाइडेन ने कहा, ‘मेरे राष्ट्रपति बनने के शुरुआती दिनों में ही मैंने आप सभी सदस्यों से संपर्क स्थापित किया था ताकि हम क्वाड को और भी महत्वपूर्ण बना सकें. 4 साल बाद आज हम पहले से अधिक सामरिक रूप से एकजुट हैं. आज हम इंडो-पैसिफिक के लिए कुछ नई पहलों की घोषणा कर रहे हैं, जिसमें हमारे क्षेत्रीय भागीदारों को नई समुद्री तकनीकों की उपलब्धता शामिल है ताकि वे अपने जल क्षेत्र में हो रही गतिविधियों को जान सकें. पहली बार तट रक्षक सहयोग शुरू किया जा रहा है और क्वाड फेलोशिप का विस्तार करते हुए दक्षिण पूर्व एशिया के छात्रों को भी शामिल किया जा रहा है. मैं एक बार फिर सभी का धन्यवाद करता हूं कि आप यहां हैं.’
क्या है क्वाड
दरअसल, क्वाड चार देशों का एक समूह है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, भारत, अमेरिका और जापान शामिल हैं. क्वाड चार देशों का एक अनौपचारिक मंच हैं जहां मिलकर रणनीतिक सुरक्षा संवाद होता है. क्वाड ग्रुप का मकसद समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है. यह 2007 में शुरू हुआ था, लेकिन 2008 में ऑस्ट्रेलिया के हटने के बाद यह बंद हो गया था. 2017 में इसे फिर से शुरू किया गया था.
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कैसे बना क्वाड?
क्वाड समूह के बनने की कहानी साल 2004 से शुरू हुई. 2004 में जब सुनामी में जापान और भारत समेत कई देशों में लाखों लोगों की मौत होने के बाद कई देशों की मदद के लिए भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान ने एक ग्रुप बनाया था. यही समूह आगे चलकर क्वाड बन गया. क्वाड के गठन की पहल भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी. बातचीत होते-होते साल 2007 में क्वाड का गठन हुआ. यह वह समय था जब चारों देशों की पहली बार औपचारिक रूप से मीटिंग हुई थी. हालांकि बाद में इन देशों के साथ चीन के दोस्ताना रवैये के चलते क्वाड लगभग बंद हो गया.
भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है क्वाड?
भारत के लिए Quad Summit महत्वपूर्ण है क्योंकि यह चीन के बढ़ते आर्थिक और सैन्य प्रभाव के प्रति एक सामूहिक प्रतिक्रिया है. यह संवाद भारत को अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है. इसके अलावा, Quad Summit भारत को अपनी आर्थिक और सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर सके.