प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं. रविवार को उन्होंने न्यूयॉर्क के नासाउ कोलेजियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कई अहम विषयों को अपने भाषण में शामिल किया. एक ओर जहां उन्होंने भारत की तरफ से किए जा रहे शांति के प्रयासों का जिक्र किया तो वहीं अलग-अलग क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियों को भी गिनाया. उन्होंने कहा कि जब भारत ने कहा कि यह युद्ध का युग नहीं है तो दुनिया ने उसकी बात को गंभीरता से सुना. पीएम मोदी ने कहा कि भारत का 5G बाजार अमेरिका से बड़ा है. प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की पांच बड़ी बातें आप यहां पढ़ सकते हैं:
1. ‘जब भारत बोलता है तो दुनिया सुनती है’
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज हमारी साझेदारी पूरी दुनिया के साथ बढ़ रही है. पहले भारत सबसे समान दूरी की नीति पर चलता था. आज भारत सबसे सामान नजदीकी की नीति पर चल रहा है. आज जब भारत ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर कुछ कहता है तो दुनिया सुनती है. मैंने जब कहा कि ‘यह युद्ध का युग नहीं है’ (This is not the era of war) तो उसकी गंभीरता सबने समझी.’
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2. ‘भारत का 5G बाजार अमेरिका से बड़ा’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज दुनिया का करीब-करीब हर बड़ा मोबाइल ब्रांड मेड इन इंडिया है. आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मैन्युफैक्चरर है. एक जमाना था कि हम मोबाइल इम्पोर्टर थे, आज हम मोबाइल एक्सपोर्टर बन गए हैं. अब भारत पीछे नहीं चलता बल्कि नई व्यवस्थाएं बनाता है. नेतृत्व करता है. भारत ने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर DPI का नया कॉन्सेप्ट दुनिया को दिया है. आज भारत का 5G बाजार अमेरिका से भी बड़ा है. ऐसा दो साल के अंदर हुआ है. अब भारत मेड-इन-इंडिया 6G पर काम कर रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘पिछले साल जून में भारत ने सेमी-कंडक्टर सेक्टर के लिए इनसेंटिव घोषित किए थे. इसके कुछ ही महीनों बाद माइक्रोन की पहली सेमी-कंडक्टर यूनिट का शिलान्यास भी हो गया है. अब तक भारत में ऐसी पांच यूनिट्स स्वीकृत हो चुकी हैं. वो दिन दूर नहीं… जब आप मेड इन इंडिया चिप यहां अमेरिका में भी देखेंगे. ये छोटी सी चिप विकसित भारत की उड़ान को नई ऊंचाई पर ले जाएगी और ये मोदी की गारंटी है.’
3. ‘दुनिया को बर्बाद करने में हमारा योगदान नहीं’
पीएम मोदी ने कहा, ‘दुनिया की 17 फीसदी आबादी होने के बावजूद ग्लोबल कार्बन एमिशन में भारत की हिस्सेदारी सिर्फ 4 फीसदी है. दुनिया को बर्बाद करने में हमारा कोई रोल नहीं है. पूरी दुनिया की तुलना में हम भी सिर्फ कार्बन फ्यूल जलाकर अपनी ग्रोथ को सपोर्ट कर सकते थे, लेकिन हमने ग्रीन ट्रांजिशन का रास्ता चुना. प्रकृति प्रेम के हमारे संस्कारों ने हमें गाइड किया है, इसलिए हम सोलर, विंड, हाइड्रो, ग्रीन हाइड्रोजन और न्यूक्लियर एनर्जी पर इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘भारत जी-20 का ऐसा देश है जिसने पेरिस क्लाइमेट गोल्स को सबसे पहले पूरा किया है. 2014 के बाद से भारत ने अपनी सोलर एनर्जी इंस्टॉल कैपेसिटी को 30 गुना से से ज्यादा बढ़ाया है. हम देश के हर घर को सोलर पावर होम बनाने में जुटे हैं, इसके लिए हमने रूफ टॉप मिशन शुरू किया है. आज हमारे रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट सोलराइज हो रहे हैं, भारत घरों से लेकर सड़कों तक एनर्जी एफिशिएंट लाइटिंग के प्रयासों पर चल पड़ा है. भारत में बहुत बड़ी संख्या में ग्रीन जॉब्स पैदा हो रहे हैं.’
4. दो नए कॉन्सुलेट खोलने की घोषणा
पीएम मोदी ने बोस्टन और लॉस एंजिल्स में नए वाणिज्य दूतावास स्थापित करने की योजना की घोषणा की. उन्होंने कहा, ‘पिछले साल, मैंने घोषणा की थी कि हमारी सरकार सिएटल में एक नया कॉन्सुलेट खोलेगी, यह अब शुरू हो चुका है. हमने दो और कॉन्सुलेट्स खोलने के लिए आपके सुझाव मांगे थे. मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आपके सुझाव के बाद, भारत ने बोस्टन और लॉस एंजिल्स में दो नए कॉन्सुलेट्स खोलने का निर्णय लिया है.’
उन्होंने कहा कि अपना नमस्ते भी मल्टीनेशनल हो गया है, लोकल से ग्लोबल हो गया है. ये सब आपने किया है. पीएम मोदी ने कहा कि साथियों मैं हमेशा से आपके सामर्थ्य को समझता रहा हूं. जब मेरे पास कोई सरकारी पद नहीं था, तब भी समझता था और आज भी समझता हूं. आप सब मेरे लिए हमेशा से भारत के सबसे मजबूत ब्रांड एंबेसडर रहे हैं. इसलिए मैं आप सभी को राष्ट्रदूत कहता हूं.
5. ‘नालंदा का नाम तो आपने सुना होगा’
पीएम मोदी ने कहा, ’21वीं सदी का भारत एजुकेशन, स्किल, रिसर्च और इनोवेशन के दम पर आगे बढ़ रहा है. आप सभी नालंदा यूनिवर्सिटी के नाम से परिचित हैं. कुछ समय पहले ही भारत की प्राचीन नालंदा यूनिवर्सिटी नए अवतार में सामने आई है. आज सिर्फ यूनिवर्सिटी को ही नहीं बल्कि नालंदा स्पिरिट को भी रिवाइव कर रहा है. पूरी दुनिया के छात्र भारत आकर पढ़ें हम इस तरह का आधुनिक सिस्टम बना रहे हैं.’
उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्ष में भारत में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी बनी है. हर दिन दो नए कॉलेज बने हैं. हर दिन एक नई आईटीआई की स्थापना हुई है. 10 साल में मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी लगभग दोगुनी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि अभी तक दुनिया ने भारत के डिजाइनर्स का दम देखा, अब दुनिया ‘डिजाइन इन इंडिया’ का जलवा देखेगी.