पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया. आज शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. सरकार की ओर से फैसला लिया गया है कि 28 दिसंबर 2024 को सुबह 11:45 बजे नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा. गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है. कांग्रेस ने उनके अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए उचित स्थान की मांग की है. अब कांग्रेस के साथ अन्य दल भी सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.
‘भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का अपमान’
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, ‘आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर प्रस्ताव दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए एक स्मारक बनाया जा सके.’
आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर प्रस्ताव दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए एक स्मारक बनाया जा सके।
हमारे देश के लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि भारत सरकार उनके वैश्विक…
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— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 27, 2024
उन्होंने कहा, ‘हमारे देश के लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि भारत सरकार उनके वैश्विक कद, उत्कृष्ट उपलब्धियों के रिकॉर्ड और दशकों तक राष्ट्र की उल्लेखनीय सेवा के अनुरूप उनके अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए कोई स्थान क्यों नहीं ढूंढ़ सकी. यह कुछ और नहीं, भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जानबूझकर किया गया अपमान है.
शिरोमणि अकाली दल ने भी किया विरोध
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘चौंकाने वाला और अविश्वसनीय! यह बेहद निंदनीय है कि केंद्र सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह जी के परिवार के उस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है, जिसमें उन्होंने उनका अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर करने की मांग की थी, जहां उनकी स्मृति में एक ऐतिहासिक स्मारक बनाया जा सके. वो जगह राजघाट होनी चाहिए. यह अतीत में अपनाई गई परंपरा के अनुरूप होगा.’
‘मनमोहन सिंह के प्रति इतना अनादर क्यों दिखा रही बीजेपी’
उन्होंने कहा, ‘यह समझ से परे है कि सरकार उस महान नेता के प्रति इतना अनादर क्यों दिखा रही है जो प्रधानमंत्री बनने वाले सिख समुदाय के एकमात्र सदस्य थे. अब तक, अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर सामान्य श्मशान घाट पर किया जाना तय है. मैं यह विश्वास नहीं कर पा रहा हूं कि डॉ. मनमोहन सिंह जी के इतने बड़े वैश्विक कद की उपेक्षा करते हुए भाजपा सरकार का पूर्वाग्रह इस हद तक बढ़ जाएगा.’
Shocking and unbelievable! It is condemnable in the extreme that Union Govt has declined the request of Dr Manmohan Singh Ji’s family for performing the funeral and last rites of the highly distinguished leader at a place where an appropriate and historic memorial may be built to… pic.twitter.com/5ejdKV7XJD
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) December 27, 2024
‘इस फैसले में हस्तक्षेप करें पीएम मोदी’
सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘डॉ. मनमोहन सिंह ने देश को अंतरराष्ट्रीय ऊंचाइयों पर पहुंचाया. कांग्रेस के साथ हमारे राजनीतिक मतभेदों के अलावा, हमने हमेशा डॉ. मनमोहन सिंह को सर्वोच्च सम्मान में रखा है क्योंकि वह राजनीति और राजनीतिक संबद्धताओं से परे हैं. वह पूरे देश के हैं.’
उन्होंने कहा, ‘डॉ. साहब ने सिख और पंजाब के मुद्दों पर शिरोमणि अकाली दल के साथ व्यवहार में बहुत संवेदनशीलता और करुणा दिखाई. मैं पीएम से आग्रह करता हूं सरकार के इस निंदनीय निर्णय को बदलने के लिए नरेंद्र मोदी जी को व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करना चाहिए.’
सरकार से बातचीत कर रहा पूर्व पीएम का परिवार
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं ने चर्चा की कि दिवंगत पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के लिए उनके कद के अनुसार अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए उचित स्थान दिया जाना चाहिए. कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और मनमोहन सिंह का परिवार अंतिम संस्कार और स्मारक की जगह के लिए सरकार से बातचीत कर रहे हैं.
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई. यह बैठक पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए बुलाई गई थी.