भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले गए पांचंवे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई फैन्स जसप्रीत बुमराह को निशाना बनाते दिखे. ऑस्ट्रेलियाई फैन्स ने सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय क्रिकेट टीम के फास्ट बॉलर जसप्रीत बुमराह पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगाया. सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करके आरोप लगाया जा रहा है कि बुमराह के जूते से सैंडपेपर गिरा है, जिसपर सफाई देते हुए आर. अश्विन ने बताया कि यह एक ‘फिंगर प्रोटेक्शन पैड’ है. आइये जानते हैं क्या है फिंगर प्रोटेक्शन पैड और इसका इस्तेमाल कब और क्यों किया जाता है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में बुमराह अपना जूता खोलते हैं, तभी उनके जूते से एक छोटी सी सफेद रंग की गिर जाती है. वे उसे उठाते हैं और वापस जूते में डालकर जूता पहन लेते हैं. ऑस्ट्रेलियाई फैंस इस सफेद रंग की चीज को सैंडपेपर बताते हुए बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा रहे हैं. बता दें कि क्रिकेट में बॉल टेम्परिंग बहुत बड़ा अपराध है. इस तरह के मामले में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्टीव स्मीथ और डेविड वॉर्नर पर सख्त एक्शन लिया गया था. दोनों को दोषी पाए जाने के बाद एक साल के लिए क्रिकेट खेलने से बैन कर दिया था.
क्या है फिंगर प्रोटेक्शन पैड? जो बुमराह के जूते से निकला
बुमराह पर लगाए जा रहे बॉल टेम्परिंग के आरोप का खंडन करते हुए पूर्व भारतीय खिलाड़ी आर. अश्विन (भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 18 दिसंबर 2024 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मैट से संन्यास ले लिया है.) ने जरूरी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि बुमराह के जूते से गिरने वाली छोटी सफेद चीज फिंगर प्रोटेक्शन पैड है.
अब समझते हैं कि यह फिंगर प्रोटेक्शन पैड आखिरी क्या है और कब और कहां इस्तेमाल किया जाता है. फिंगर प्रोटेक्शन पैड या फिंगर प्रोटेक्शन टेप को आमतौर पर खेलों में इस्तेमाल किया जाता है, खासतौर पर उन खेलों में जहां खिलाड़ियों को गेंद, बैट या फिल्डिंग करते समय चोट लगने का खतरा होता है.
कैसे काम करता है फिंगर प्रोटेक्शन पैड?
यह पैड खिलाड़ियों की उंगलियों पर चोट लगने से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसका यूज करने से खिलाड़ी को अतिरिक्त कुशनिंग मिलती है, जिससे लंबे समय तक खेलते समय आराम मिलता है. क्रिकेट जैसे खेलों में तेज गेंदों से उंगलियों या पैरों पर लगने वाली चोट से बचाने के लिए इसे इस्तेमाल किया जाता है.
इसका साइज 2 इंच लंबा और 1 इंच गोलाकार हो सकता है. इसे टो कशन (Toe Cushion) भी कहा जाता है. यह उंगलियों के बीच रगड़ को रोकने और घायल उंगलियों के दर्द को कम करने के साथ-साथ छाले, कॉर्न और कॉलस जैसी समस्याओं से बचाता है. चोटिल नाखून (रनर्स टो) या हाल ही में टूटे नाखून की सुरक्षा करता है. इसे गर्म पानी और साबुन से धोया जा सकता है. हालांकि यह फोम पैड की तरह यह दबता या फ्लैट नहीं होता. यह पैर के अंगूठे पर अच्छी तरह फिट होता है और अपनी जगह पर बना रहता है. यह पैड प्रीमियम सिलिकॉन जेल से बना होता है. यह बहुत ही मुलायम और आरामदायक है.
कैसा होता है सैंडपेपर? जिससे हो सकती है बॉल टेम्परिंग
बॉल टेंपरिंग में इस्तेमाल होने वाला सैंडपेपर एक तरह का खुरदरा और घर्षण वाला कागज होता है. यह सिलिकॉन कार्बाइड, एल्युमिनियम ऑक्साइड खुरदरे कणों से बना होता है. इसे मुख्य रूप से सतह को रगड़ने और घिसने के लिए बनाया गया है. अगर इस सैंडपेपर को किसी गेंद पर रगड़ा जाए तो इससे गेंद की सतह बदल जाएगी. गेंद का एक हिस्सा खुरदरा होने से गेंद को असामान्य स्विंग या स्पिन मिलेगी और गेंद का दूसरा हिस्सा चिकना होने से उसकी स्पीड प्रभावित हो सकती है.