‘थप्पड़ खाकर चुप रहने वाला नहीं, ईंट का जवाब पत्थर से दूंगा’, बोले यूपी के मंत्री आशीष पटेल; अनुप्रिया ने भी साधा निशाना – UP minister Ashish Patel slams yogi Government officer on recruitment scam allegations Apna Dal Anupriya also targeted lclam

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp

यूपी के मंत्री और अपना दल (एस) के नेता आशीष पटेल ने एक बार फिर अपनी ही सरकार के अधिकारियों पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मैं थप्पड़ खाकर चुप रहने वाला नहीं हूं, मैं ईंट का जवाब पत्थर से देने वाला हूं. आशीष पटेल अपने तकनीकी शिक्षा विभाग में लेक्चरर्स की पदोन्नति में अनियमितताओं के आरोपों का सामना कर रहे हैं. वहीं, उनकी पत्नी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी बिना नाम लिए प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. हालांकि, इन सबके बीच दोनों नेताओं ने साफ किया कि अपना दल (एस) का गठबंधन एनडीए के साथ आगे भी बना रहेगा. 

दरअसल, विवाद की शुरूआत तब हुई जब सिराथू की विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने मंत्री आशीष पटेल के तकनीकी शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्षों की नियुक्तियों में अनियमितताओं का आरोप लगाया. उन्होंने अधिकारियों पर नियुक्तियों को आसान बनाने के लिए मौजूदा सेवा नियमों को दरकिनार कर पुराने नियमों को लागू करने का आरोप लगाया और इसे घोटाला करार दिया.

मंत्री आशीष पटेल ने आज लखनऊ में कहा कि 29 नवंबर को अस्पताल में भर्ती हुआ था. मेरी चार सर्जरी हुई. अब हमें पार्टी के काम में जुट जाना है. पिछले कुछ दिनों से मैं ज्यादा खबरों में हूं, पूरी ताकत लगाकर मेरा सकारात्मक हिस्सा छुपाया जाता है, नकारात्मक दिखाया जाता है. अब लड़ना है या डरना है, मैं सरदार पटेल का बेटा हूं, लडूंगा…अब डरूंगा नहीं. 

बकौल आशीष पटेल- मैं षड्यंत्रों से डरने वाला नहीं. पदोन्नति में अनियमितताओं के आरोपों की सीबीआई जांच करवा लें. क्या 14 में से 7 वंचित वर्ग के डायरेक्टर बनाए ये मेरी गलती है. पिछड़ों को मौका दिया क्या ये मेरी गलती है… अगर है तो मैं ये करता रहूंगा. डरूंगा नहीं. डरा लीजिए, देखता हूं कितना डराएंगे. आपके पास तंत्र है तो मेरे पास जनतंत्र है.

आशीष ने कहा, ‘मेरी और मेरी पत्नी की संपत्ति की जांच करा लें. एक धरना मास्टर है जिसे प्रायोजित किया जाता है और धरने पर बैठा दिया जाता है. एसटीएफ के किस अधिकारी ने दो लोगों को धरने पर बैठाने के लिए भेजा है पता कर लें, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. स्पेशल टास्क फोर्स वाले पैर पर गोली मारते हैं, हिम्मत है तो सीने पर गोली मारो.’

अनुप्रिया पटेल का बयान 

वहीं, इस मामले में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि आपके नेता (आशीष पटेल) ने आपके बीच कुछ बातें साझा की, उनके मन में कुछ पीड़ा थी, इसलिए उन्होंने इस बात को कहा. अपना दल (एस) के किसी भी कार्यकर्ता या नेता की प्रतिष्ठा पर आंच आएगी तो हम कतई समझौता नहीं करने वाले, हमें जवाब देना आता है. अपना दल के खिलाफ जो षडयंत्र चल रहे हैं, वो कहां, किसके इशारे पर चल रहे हैं, हमारा एक-एक कार्यकर्ता जानता है. 

अनुप्रिया पटेल ने आगे कहा कि जब हम पिछड़ों के हक मारने पर सवाल करते हैं तो किसी ना किसी के पेट में दर्द जरूर होता है. लेकिन हम ना किसी से डरेंगे, ना झुकेंगे, ना पीछे हटेंगे. कोई कितना भी क्यों ना डराए, संगठन की ताकत से उन्हें जवाब दें. ये सारे षड्यंत्रकारी एक कोने में हो जाएंगे. 

एसटीएफ से जान को खतरा बताया 

इससे पहले न्यूज एजेंसी से बात करते हुए आशीष पटेल ने कहा था कि अगर राज्य का कोई कैबिनेट मंत्री यूपी एसटीएफ से जान को खतरा बता रहा है, तो इसका कोई आधार होगा. आशीष पटेल ने इस बात पर जोर दिया कि विभागीय पदोन्नति पर मुख्यमंत्री कार्यालय सहित सभी स्तरों पर चर्चा की गई थी, फिर सिर्फ मुझपर क्यों आरोप लग रहे हैं. 

आशीष पटेल ने सवाल उठाया कि अकेले उन्हें ही क्यों दोषी ठहराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप एक बड़ी साजिश का संकेत देते हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पटेल ने लिखा- उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारियों में से एक एम देवराज, जो उस समय तकनीकी शिक्षा के प्रमुख सचिव थे, द्वारा विभागीय पदोन्नति की संस्तुति किए जाने और हाई लेवल पर स्वीकृत किए जाने के बावजूद, मेरी राजनीतिक प्रतिष्ठा को निशाना बनाकर लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है.

मैंने पहले भी कहा है और मैं दोहराता हूं कि अगर माननीय मुख्यमंत्री उचित समझें तो वे इस निराधार मीडिया ट्रायल और झूठ और छल के जरिए मुझे बदनाम करने के प्रयासों को समाप्त करने के लिए मंत्री के रूप में मेरे द्वारा लिए गए सभी निर्णयों की सीबीआई जांच शुरू करा सकते हैं.

तो छोड़ दूंगा मंत्री पद 

प्रेस को संबोधित करते हुए आशीष पटेल ने कहा कि हमारा गठबंधन एनडीए का पीएम की अगुवाई में 2014 में बना और आगे भी रहेगा. यदि मेरे विभाग में डीपीसी हुई, एम देवराज ने डीपीसी की, वो फाइल सीएम ऑफिस भेजी, जहां से हमने उसे आगे बढ़ाया. तो सूचना विभाग स्पष्टीकरण जारी करे. फिलहाल, हमें जहां शिकायत करनी थी हमने कर दी है. हम एनडीए के घटक दल हैं. मैं गलत हूं तो बर्खास्त कर दिया जाए. मेरे नेता पीएम मोदी जी हैं, वो कहेंगे तो छोड़ देंगे. 

Source link

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp

Never miss any important news. Subscribe to our newsletter.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *