‘एक भी दोषी बचेगा नहीं…’, संभल हिंसा पर विधानसभा में गरजे CM योगी, सपा को याद दिलाई दंगों की क्रोनोलॉजी – cm yogi up assembly up riots sambhal violence ek bhi doshi bachega nahi lclr

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा को लेकर कहा कि संभल में 1947 से लेकर अबतक 209 हिंदुओं की निर्मम हत्या की गई. जो लोग आज संभल में मारे गए लोगों के लिए घड़ियालू आंसू बहा रहे हैं, उन्होंने इन हिंदुओं के लिए कभी दो शब्द नहीं कहे. उन्होंने कहा कि संभल हिंसा में शामिल एक भी दोषी बचेगा नहीं. सीएम ने इस दौरान संभल में अबतक हुए दंगों का पूरा इतिहास याद दिलाया.

सीएम योगी ने विधानसभा में कहा, “संभल में दंगों का इतिहास 1947 से शुरू होता है. 1948 में छह लोग मारे गए. 1958 में फिर दंगा होता है. 1962 में, 1976 में 5 लोगों की मौत वहां पर हुई थी. 1978 में 184 हिंदुओं को सामूहिक रूप से जला दिया गया. हिंदुओं की हत्या हुई थी और जलाया भी गया था. 184 हिंदू मारे गए थे वहां. आप उस सच को स्वीकार नहीं करेंगे और लगातार कई महीनों तक वहां कर्फ्यू लगा था. 1980 में फिर दंगा हुआ था एक मौत हुई, 1982 में दंगा एक मौत, 1986 में चार लोग मारे गए. 1990, 1992 में पांच, 1996 में दो, लगातार सिलसिला चलता रहा है.” 

1947 से अबतक 209 हिंदुओं की हत्या हुई: CM

सीएम योगी ने कहा कि 1947 से लेकर अबतक 209 निर्मम हिंदुओं की हत्या हुई है. एक बार भी किसी ने निर्दोष हिंदुओं के लिए दो शब्द नहीं कहे. जो आज घड़ियालू आंसू बहा रहे हैं, उन्होंने हिंदुओं के लिए कभी दो शब्द नहीं कहे. 

सीएम ने 1978 के दंगों की स्थिति बताई 

उन्होंने कहा, “संभल में 1978 में जो दंगा हुआ था. वहां किस प्रकार की स्थिति थी. एक वैश्य जिसने सबको पैसा उधार दिया हुआ था. अगल-बगल के हिंदू उनके घर में इकट्ठे होते हैं, इकट्ठे होने के बाद उनको घेर लिया जाता है. वो बोलते हैं कि आप हमें क्यों घेर रहे हैं तो दंगाइयों ने कहा कि तुम क्योंकि इन्हीं हाथों से पैसे मांगोंगे. फिर उनके हाथ काटे जाते हैं. फिर पैर काटे जाते हैं. फिर गला रेतकर मार दिया जाता है. ये लोग सौहार्द की बात करते हैं.” 

संभल हिंसा में शामिल एक भी नहीं बचेगा: सीएम योगी 

सीएम ने संभल में 48 साल बाद खोदकर निकाले गए मंदिर को लेकर कहा कि इन लोगों ने वहां मंदिर को खोलने तक नहीं दिया गया था. 22 कुओं को बंद किया गया था. वहां का माहौल इतना तनावपूर्ण किसने बनाया गया था. उन्होंने कहां कि संभल में जिसने पत्थरबाजी की होगी, जो भी इसमें शामिल होगा, उसमें एक भी बचने वाला नहीं है. हम हाई कोर्ट के निर्देश का पालन करते हैं. 

सीएम योगी ने गिनाए यूपी के दंगे

इस दौरान सीएम योगी ने संभल के साथ प्रदेश के अंदर अलग-अलग समय में हुए दंगों के बारे में भी बताया. सीएम योगी ने कहा कि 1970 में आगरा में दंगा हुआ, 19 लोग मारे गए. 1972 में आजगमढ़ में तीन लोगों की मौत हुई. 1973 में बहराइच में दंगा हुआ, एक की मौत हुई. गोंडा में 1973 में दंगा हुआ, एक की मौत हुई. प्रयागराज में 1973 में दंगे हुए दो की मौत हुई. मेरठ में 1974 में दंगा हुआ 8 लोगों की मौत हुई. पीलीभीत में 1974 में तीन की मौत हुई. कानपुर में 1975 में दंगा हुआ, 2 की मौत हुई.  मुरादाबाद में 1976 में दंगे हुए, तीन की मौत हुई. बहराइच में 1976 दंगा हुआ, 3 की मौत हुई. बुलंदशहर में 1977 में दंगे हुए, 2 की मौत हुई.  वाराणसी 1977 में दंगा हुआ 8 की मौत हुई. मुरादाबाद में 1978 में दंगे हुए 19 की मौत हुई. अलीगढ़ में 1978 में दंगे हुए 21 की मौत हो गई. 

सीएम योगी ने कहा कि इन दंगों के कारण प्रदेश का लगातार माहौल खराब हुआ. आज प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हुई. लोगों को सुरक्षा पर विश्वास है. उसी का परिणाम है कि 40 लाख करोड़ का निवेश प्राप्त होता है.

कुंदरकी की जीत को लेकर क्या बोले सीएम योगी 

कुंदरकी में बीजेपी प्रत्याशी की जीत को लेकर सीएम योगी ने विधानसभा में कहा कि आपने कुंदरकी की जीत को वोट की लूट बताया.  आप एक सदस्य का अपमान कर रहे हैं, आपके सदस्य की तो जमानत जब्त हो गई वहां से. समय तो DIGITAL MEDIA का है. वहां का पठान वहां के शेख सब कह रहे हैं हमारे पूर्वज तो हिंदू थे और आपके पूर्वज भी हिंदू थे क्या ये सच नहीं है. क्या ये सच नहीं है कि देशी और विदेशी मुसलमानों की आपकी भिंड़त है, जो वर्चस्व की लड़ाई को लेकर वहां चल रहा है.  

बहराइच हिंसा पर भी बोले सीएम योगी

योगी ने बहराइच में शोभा यात्रा के दौरान हुई हिंसा को लेकर कहा कि जिस निर्दोष रामगोपाल मिश्रा की निर्मम हत्या हुई, उसकी हत्या घर में अंदर ले जाकर हुई. अंदर से फायरिंग की गई. उन्होंने कहा हिंदू मोहल्ले से अगर मुस्लिम जुलूस निकल सकता है तो मुस्लिम मोहल्ले से हिंदू शोभा यात्रा क्यों नहीं निकल सकती. मुस्लिम पर्व त्योहार के जुलूस हिंदू इलाकों से निकल सकते हैं तो हिंदू पर्व त्योहार के जुलूस मुस्लिम इलाके से क्यों नहीं निकल सकती. आपकी राजनीति हमेशा से बांटने और काटने की. इसीलिए हमने कहा न बटेंगे न कटेंगे.
 

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