हाल ही में दुबई से डिपोर्ट किए गए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शार्प शूटर, हर्ष उर्फ चिंटू ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि अमेरिका भारत के मोस्ट वांटेड क्रिमिनल्स का नया ठिकाना बनता जा रहा है. चिंटू, जो दिल्ली में एक सनसनीखेज हत्याकांड के बाद फरार था, उसने पंजाब से फर्जी पासपोर्ट बनवाया और डंकी रूट के जरिए अमेरिका पहुंचने की योजना बनाई थी.
शूटर हर्ष ने बताया कि उसने सबसे पहले पंजाब से एक फर्जी पासपोर्ट बनवाया, जिसमें उसका नाम प्रदीप कुमार था. इसके बाद वह शारजाह गया, फिर बाकू और उसके बाद यूरोप के एक देश की यात्रा की. उसका आखिरी उद्देश्य था डंकी रूट से अमेरिका पहुंचना. हर्ष का यह खुलासा भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गया है क्योंकि बड़ी संख्या में भारतीय गैंगस्टर्स अब अमेरिका को अपना नया छिपने ठिकाना बना रहे हैं.
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इन गैंगस्टर्स के लिए ‘जन्नत’ बना अमेरिका
गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई, रोहित गोदारा, मोंटी मान, पवन बिश्नोई और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अन्य सदस्यों ने भी इसी डंकी रूट का सहारा लेकर अमेरिका में पनाह ली है. यहां तक कि हिमांशु भाऊ जैसे एंटी गैंग के लोग भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं. ये सभी अमेरिका में बैठकर भारत में ताबड़तोड़ तरीके से आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
अमेरिका से क्रिमिनल्स का डिपोर्टेशन मुश्किल
भारतीय एजेंसियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि अमेरिका आसानी से किसी भी वांटेड क्रिमिनल को भारत को सौंपने के लिए तैयार नहीं होता. आपराधिक मामलों में अमेरिका के कड़े कानून और प्रक्रियाएं प्रत्यार्पण को मुश्किल बनाती हैं, जो अपराधियों के लिए एक सुरक्षा का उपाय बन गया है.
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हर्ष के अपराध!
हर्ष उर्फ चिंटू ने 9 फरवरी को दिल्ली के नजफगढ़ में एक सनसनीखेज मर्डर को अंजाम दिया था, लेकिन अमेरिका भागने के फिराक में था लेकिन दुबई में पकड़ा गया था और उसे अब डिपोर्ट किया गया है. पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है.