मणिपुर: 10 महीने के बच्चे समेत तीन की ऑटोप्सी रिपोर्ट में खुलासा, शरीर पर गहरी चोटों के निशान – Manipur Autopsy report of eight month child and two men revealed extensive injuries ntc

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp

मणिपुर के जिरीबाम जिले में इस महीने की शुरुआत में कथित तौर पर कूकी उग्रवादियों द्वारा अगवा कर मारे गए छह लोगों में से तीन की ऑटोप्सी रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. इन तीनों में 10 महीने का बच्चा, एक आठ साल की बच्ची और 31 साल की महिला शामिल हैं.  

ऑटोप्सी रिपोर्ट से क्या पता चला?  

सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई ऑटोप्सी में पाया गया कि 10 महीने के बच्चे के सिर और गर्दन पर गंभीर चोटें थीं. उसके शरीर पर कटे हुए घाव और डिस्लोकेशन का पता चला. 8 साल की बच्ची के शरीर पर गोली के कारण कई लहूलुहान घाव और गंभीर चोटें पाई गईं.  

यह भी पढ़ें: गृह मंत्रालय के आदेश पर एक्शन में NIA, मणिपुर हिंसा के 3 मामलों में शुरू की जांच

31 साल की महिला, टेलेम थोइबी, के सिर पर क्रश इंजरी, खोपड़ी की हड्डियों का टूटना और दिमाग की झिल्लियों का गायब होना पाया गया.  

दूसरों की रिपोर्ट में भी दर्दनाक यातनाओं का जिक्र  

64 साल के लैशराम बारन मैत्री और 71 साल के मैबम केशो की ऑटोप्सी रिपोर्ट ने भी गंभीर चोटों और जलने के निशान का खुलासा किया. मैबम केशो के दाहिने हाथ और त्वचा में जलने के गंभीर निशान मिले. उनकी पीठ और निचले हिस्से में गहरे हरे रंग के घाव और चोटों के निशान पाए गए.  

यह भी पढ़ें: बोरोबेकरा में आगजनी, 6 लोगों का कत्ल और महिला का रेप-मर्डर… मणिपुर हिंसा से जुड़े मामलों की जांच में जुटी NIA

लैशराम बारन मैत्री की रिपोर्ट में पाया गया कि उनके पूरे शरीर पर जलने के गहरे निशान थे. उनकी खोपड़ी की हड्डियां टूट चुकी थीं और उनके चेहरे और मुंह के अंदरूनी हिस्से बुरी तरह झुलसे हुए थे.  

नदी और मलबे से मिली थीं लाशें  

यह भी पढ़ें: मणिपुर में केंद्र ने पैरामिलिट्री फोर्स की 20 और कंपनियां भेजीं, पिछले 10 दिन में 9 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती

इन तीनों के शव बराक नदी से बरामद किए गए थे, जो मणिपुर के जिरीबाम जिले से होकर असम के कछार तक बहती है. दो अन्य शव जिरीबाम जिले के जकुराधोर करोंग इलाके में मलबे के नीचे से मिले थे, जहां उग्रवादियों ने 11 नवंबर को कुछ दुकानों को आग के हवाले कर दिया था.  

इन दर्दनाक घटनाओं की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है.

Source link

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp

Never miss any important news. Subscribe to our newsletter.

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *