‘तभी भी वो रेलेवेंट होते हैं. तभी दुनिया उन्हें प्यार करती है. क्योंकि कहीं न कहीं वो बोलता है जो दुनिया बोलना चाहती है. लेकिन जो भी दिक्कत है, देखिए सरकार के सामने कोई दिक्कत होंगी, जो आम आदमी नहीं समझता.’
‘तभी भी वो रेलेवेंट होते हैं. तभी दुनिया उन्हें प्यार करती है. क्योंकि कहीं न कहीं वो बोलता है जो दुनिया बोलना चाहती है. लेकिन जो भी दिक्कत है, देखिए सरकार के सामने कोई दिक्कत होंगी, जो आम आदमी नहीं समझता.’